वृषभ राशि का स्वभाव शरीर के हिस्से कारोबार निर्माण स्थान|
राशि चक्र के 12 राशियों में वृषभ राशि दूसरे नंबर पर आती है | वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है| यह राशि स्त्री कारक है ,साथ ही शुक्र भी स्त्री ग्रह है | ,वृषभ राशि स्थिर राशि है तथा पृथ्वी तत्व वाली राशि है | वृषभ राशि की आकृतिएक बैल है ,बेल एक शक्तिशाली जानवर है ,मगर वह जंगली जानवरों की तरह उग्गर नहीं है ,बल्कि सहनशीलता और लगातार काम करने वाला जानवर है | बैल का प्रयोग खेती और वाहनों के लिए किया जाता है ,बैल की शक्ति सहनशीलता लगन और परोपकार वाली वृति है | यह गुण इस राशि में पाए जाते हैं | वृषभ राशि स्थिर राशि होने के कारण धीमी गतिऔर धीमा कम लेकिन अच्छी लगन और कोशिश और मेहनत से करने वाली राशि है | वृषभ राशि काल पुरुष कुंडली में द्वितीय स्थान में आती है ,द्वितीय स्थान से धन पारिवारिक समझदारी परिवार के लोग बोलचाल और ,वाणी केबारे में देखा जाता है ,अतः अच्छा व्यक्ति तत्व इस राशि के स्थिर स्वभाव के कारणअपने विचार विचार पर निडरता से स्थिर रहना इस राशि राशि का गुण है | वृषभ राशि स्थिर होने के कारण इस राशि वालेअपने विचार ,अपनी सोच बार-बार नहीं बदलते | वृषभ राशि का स्वामी शुक्र भौतिक सुख कारक होने के कारण खूबसूरती की इच्छा और सांसारिक सुखों को पसंद करता है | शुक्र का स्वभावस मझौते वाला है इसलिए वृषभ राशि के लोग किसी मामले में टाँग नहीं अड़ाते ,अगर गुस्सा आए तो बैल की तरह मुकाबला भी करते हैं जैसे बैल अपनी रक्षा के लिए अपने सींगो का प्रयोग करता है
वृषभ राशि के अधीन शरीर के हिस्से |
वृषभ राशि काल पुरुष की कुंडली में दूसरे भाव में आती है इसलिए इस राशि का अधिकार गले, पर दांत, नाक और आंखों की खूबसूरती अदि शरीर के हिस्सों पर वृषभ राशि का अधिकार है |
वृषभ राशि के अधीन बीमारियां |
वृषभ राशि काल पुरुष कुंडली में दूसरे भाव में आती है, इस भाव से देखे जाने वाला गला, गले की बीमारियां टेंसिल और स्वाद का एहसास कम हो जाना, गला बैठना, गूंगापन , दांतों का कैंसर , दांत दर्द, आंखों का मोतियाबिंद और आंखों की खूबसूरती को बिगाड़ने वाली बीमारियां | वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है जो बहुत ठंडा हैअतः सर्दी कफ जैसी बीमारियां ,वृषभ राशि केअधिकार में आती हैं |
वृषभ राशि के निर्माण कार्य|
वृषभ राशि का स्वामी शुक्र शीतल ग्रह है और वृषभ राशि गले से संबंधित है अतः कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम ,शरबत, शराब, बीयर, नरम बस्तर, सिल्क के कपड़े , हीरे मोती के गहने , वृषभ राशि काल पुरुष कुंडली में दूसरे स्थान में धन स्थान में आती है ,अतः बैंक और जमा खर्च की किताबें अदि का निर्माण ,शुक्र खूबसूरती का कारक है ,अतःखूबसूरती बढ़ाने वाली चीज जैसे इतर ,फूल, आर्टिफिशियल गहणे बनाने के कारखाने ,ज्वेलरी की दुकान ,दूसरे भाव से खाना भी देखा जाता है इसलिए खाने पीने की लजीज चीज मिठाई ,मिठाई की दुकान | शुक्र नवीनता से परिपूर्ण सजाबट के चीजों से संबंधित अतः रंगीन काँच ,शीशे, रंग, चित्र, रंगीन तस्वीर , अदि इस राशि के अधिकार में है | वृषभ राशि का स्वामी शुक्र वाहन का कारक है ,इसलिए पेट्रोल ,पेट्रोल में उत्पाद ,शुक्र कला के क्षेत्र से संबंधित तथा फिल्में ,नाटकऔर गाने बजाने का साजो समान ,शुक्र पैसे से सम्वन्धित है , इसलिए तिजोरी ,स्ट्रांग रूम अदि चीजों का निर्माण वृषभ राशि में आता है|
वृषभ राशि से संबंधित कारोबार |
वृषभ राशि का स्वामी शुक्र जो पैसे का कारक है इसलिए बैंक रेवेन्यू विभाग, टैक्स वसूलने वाले और ,साहूकार जो ब्याज पर पैसे काम करते हैं | शेयर बाजार के दलाल आदि वृषभ राशि का स्वामी शुक्र कला से संबंध रखता है| अतः गायक, फिल्म, फिल्म बनाने का काम, टीवी सीरियल बनाने का काम इस राशि वाले के अधिकार में है| शुक्र खूबसूरती का कारक अतः चित्रकार, रंग की फैक्ट्रियां ,फोटोग्राफी, सिनेमा में काम करने वाले कामगारों, ब्यूटी पार्लर ,शीशे के कारखाने, शुक्र वाहन का कारक है अतः कार ,ऑटो ,ऑटो रिक्शा बनाने के कारखाने ,कारो के गैराज , पेट्रोलियम की रिफाइनरी | वृषभ राशि दूसरे भाव में आती है जो गले का और खाने पीने का है अतः होटल ,खाने के ढाबे, शुगर फैक्ट्रियां, मिठाई की दुकान, साथ ही शराब से जुड़ा कारोबार, शराब बनाने वाले डिस्टिलरीज, फाइव स्टार होटल, वृषभ राशि का स्वामी शुक्र दूध देने वाले जानवरों से संबंधित है अतः दूध उत्पादन का कारोबार ,गायों के डेरी फार्म ,फूल और फलों से संबंधित अतः फूल और फूल बेचने वाले डेकोरेटर, इंटेरियर का काम करने वाले | , शुक्र धन से संबंधित है अतःजुआ , सट्टा ,शेयर बाजार,| वृषभ राशि का स्वामी शुक्र स्त्री कारक ग्रह होने के कारण महिला सुधार घर ,हॉस्टल ,मैरिज पैलेस ,ब्यूटी पार्लर ,जैसा कारोबार वृषभ राशि के अधीन ही आता है |
निष्कर्ष |
वृषभ राशि काल पुरुष कुंडली में दूसरे भाव में आती है इसलिए ,खाने पीने की चीज, वोलने की कला और पैसा जमा करने वाली राशि है | इस राशि का चिन्ह एक बैल है जो लगातार चलता है और मेहनत से लगन से काम करता है इसलिए जो भी ग्रह वृषभ राशि में होता है उस ग्रह के कारक तत्व के अनुसार जातक को लगातार काम करते रहना होता है | वृषभ राशि का स्वामी शुक्र एक स्त्री कारक और सुख कारक ग्रह है इसलिए इस राशि के जातक हमेशा शारीरिक और भौतिक सुख की चाह रखते हैं ,और इन जातकों को पैसे और खाने के प्रति विशेष लगाव होता है |
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