कुंडली के दूसरे भाव से क्या-क्या देखा जाता है  ?

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  कुंडली के दूसरे भाव से क्या-क्या देखा जाता है  ? 

 कुंडली का दूसरा भाग ,  जिसे सेकंड हाउस भी कहते हैं | 

            काल पुरुष कुंडली में दूसरे भाव में शुक्र की  वृषभ राशि आती है, इस कारण इस भाव पर शुक्र और वृषभ राशि का प्रभाव होता है |  इसलिए ही शुक्र को पैसे का कार्य माना गया है

दूसरे भाव से देखे जाने वाले शरीर के हिस्से | 

           दूसरे भाव से शरीर का गला, गर्दन , स्वर यंत्र ,जीभ ,आंखें, पुरुषों की दाहिनी आंख और स्त्रियों की बाईं आंख दूसरे भाव से देखी जाती है ,और ठोड़ी  और दांत भी दूसरे भाव से ही देखे जाते हैं |  इस भाव से जातक के आंखों की खूबसूरती भी देखी जाती है , उसकी नजर आंखों में कोई तकलीफ होगी या नहीं यह भी से दूसरे भाव से देखा जाता है | 

कार्य | 

           जैसा के हमने ऊपर बताया है, ऊपर बताए गए शरीर के  हिस्से  द्वारा होने वाली क्रिया से संबंधित फल  द्वितीय भाव से  ही देखा जाता है |  जैसे जातक के खाने पीने की आदतें , खाने पीने का ढंग ,उसके खाने पीने की, पसंद और नाम पसंद , जातक  के बातचीत करने का तरीका , जातक की आवाज की मधुरता या  कड़वाहट ,जातक  की वाणी में गंभीरता , वाणी में लचीलापन और जातक का संगीत या कला  से संबंधित झुकाव , जातक में गाने की संभावना है या नहीं, उसका गीत संगीत के प्रति झुकाव ,इस भाव  से  ही देखा जाता है | 

कुटुंब स्थान | 

             इस भाव से ही जातक के कुटुंब के बारे में देखा जाता है ,अतः कई लोगों का परिवार में शामिल होना और परिवार का बढ़ना या कम होना भी इसी भाव से देखा जाता है | 

धन स्थान | 

              दूसरे भाव को धन स्थान भी कहा गया है ,इसलिए जातक की संपत्ति की स्थिति ,जातक के धन कमाने या खर्चने के तरीके, जातक के पास जमा पैसा, कैश में पैसे ,गहने जेवरात, और जातक के पास पोस्ट ऑफिस के  कोई  बॉन्ड या बैंक की ऍफ़  डी आर , शेयर मार्केट में लगाया पैसा ,या  सेविंग बैंक, सेविंग बैंक में जमा  पैसा ज्वेलरीऔर कीमती धातु अदि  सभी चीज दूसरे भाव से देखी जाती हैं | 

दूसरे भाव से संबंधित काम | 

            जातक  की कुंडली के दूसरे भाव से संबंधित काम इस प्रकार के  हो सकते हैं ,जैसे खाने पीने की चीजों का कारोबार ,ज्वेलरी ,जेवरात की दुकान ,सुनार और सराफा बाजार का काम करने वाले, बैंक में काम करने वाले ,रेवेन्यू अकाउंट्स काम  करने वाले | 

दूसरे भाव से देखे जाने वाला विरोधी फल | 

               यह  स्थान तीसरे भाव का विरोधी  स्थान है [किसी भी स्थान का 12 वां भाव उसका व्यय  स्थान होता है] अतःसफर में आने वाली परेशानियां ,छोटे भाई बहन और पड़ोसियों के साथ संबंध में परेशानी,  मेहनत करने की शक्ति का अभाव, दूसरों से कम्युनिकेट ना कर पाना, ऑनलाइन बिजनेस में रुकावट भी इसी भाव से देखी जाएगी और आलस्य भी इसी भाव से देखा जायेगा | 

जातक से संबंधित लोगों को मिलने वाले फल | 

          दूसरे भाव से जातक के छोटे भाई बहनों की विदेश यात्रा और उनके द्वारा किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट, निवेश, और उनके कर्ज चुकाने की स्थिति, उनका जेल जाना या  किसी अस्पताल में एडमिट होना भी इसी दूसरे भाव से देखा जा सकता है | 

          इस भाव से माता को होने वाला लाभ भी देखा जा सकता है क्योंकि यह भाव माता के भाव से 11 वां भाव हो गया | 

          इस भाव से संतान का कारोबार और संतान का मान सम्मान भी देखा जा सकता है , उनके स्टेटस में बढ़ोतरी और उनको गवर्नमेंट से होने वाले फायदे भीइसी भाव से  देखे जा सकते हैं | 

       4     इसी भाव से मामा  की यात्रा और मामा के उच्च शिक्षा भी देखी जा सकती है |  

       5    दूसरे भाव से जातक की पत्नी या पति का ऑपरेशन उसकी दुर्घटना या उसी की परेशानियां भी देखी जा सकती हैं  | 

       6   इसी दूसरे भाव से पिता या   गुरु की बीमारियां, उनकी नौकरी, उनका कर्ज ,उनका धन कमाना भी देखा जा सकता है  |

        इसी भाव से बड़े भाई बहन या दोस्तों की शिक्षा, उनका घर या  उनकी मां का प्यार अदि  भी देखा जा सकता है | 

घर में स्थान | 

            दूसरे भाव से घर की तिजोरी और घर की रसोई और घर का खाने का डाइनिंग टेबल भी देखा जाता है | 

देश और राज्य के बारे में क्या देखा जा सकता है ? 

             किसी भी देश की या  राज्य की कुंडली से उसके दूसरे भाव से उस देश या उस राज्य की माली हालत, और देश का धन कमाना और खर्च करना ,  देश का रेवेन्यू डिपार्टमेंट उस  देश का टैक्स और टैक्स की वसूली करना ,उस देश की जनता का आपसी सहयोग  ,उस देश की जनसंख्या का बढ़ना या  घटना अदि  और उस देश की वित्तीय संस्थाएं भी इसी भाव से देखी जा सकती हैं |

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