शुक्र गृह के गुण ,बीमारियां ,कारोबार ,निर्माण ,स्थान ,जानवर
शुक्र ग्रह का परिचय
शुक्र ग्रह सौर मंडल का सबसे चमकीला ग्रह है |शुक्र ग्रह कला सौंदर्य और पैसे का कारक है | पुराणों के अनुसार शुक्र को महर्षि भृगु के पुत्र के रूप में जाना जाता है| जिस प्रकार देवताओं का आचार्य बृहस्पति है| उसी प्रकार राक्षस का आचार्य शुक्र है | सभी राक्षस शुक्र को अपने आचार्य के रूप में सम्मान देते हैं | बुध, शनि ,राहु और केतू शुक्र के विशेष मित्र हैं | सूर्य और चंद्रमा को अपना परम शत्रु मानता है | जब के मंगल और बृहस्पति ना तो उसके मित्र हैं और ना ही शत्रु हैं | शुक्र को शुभ ग्रह माना गया है | इसकी अपनी बृषभ और तुला राशि है | शुक्र मीन राशि के 27 अंश तक उच्च तथा कन्या राशि के 27 अंश तक परम नीचे होता है | तुला राशि शुक्र की मूल त्रिकोण राशि है | तुला राशि में शुक्रअधिक बलवान हो जाता है सुबह हवा के ठंडे झोंके के साथ आसमान में चमकता शुक्र बहुत सुंदर लगता है, इसलिए मन को मोह लेने वाला शुक्र का सबसे बड़ा गुण है | नौ ग्रहों में सूर्य को राजा चंद्रमा को राजमाता और शुक्र को रानी माना गया है | चंद्र और शुक्र दोनों ही स्त्री कारक ग्रह है ,लेकिन दोनों में सूक्ष्म अंतर है ,चंद्रमा सनेह का कारक है ,मां जैसा प्यार चन्दर्मा का है | किंतु शुक्र मन मोह लेता है, उसमें आकर्षणऔर वासना है ,अतः शुक्र को विवाह का कारक और पत्नी का प्यार माना जाता है | शुक्र पैसे का कारक होता है ,शुक्र को आकर्षण का कारक और खूबसूरती और मर्दानगी को चुनौती देने वाला ग्रह कहा जाता है | शुक्र सभी सुखों की चीजों का कारक होने के कारण सारी सुविधाओं से परिपूर्ण घर और घरों में लगाए जाने वाले टीवी, फ्रिज, रंग, चित्र महंगे कांच और पर्दो अदि पर शुक्र का अधिकार होता है | घर तथा बहन को सजाने वाली सारी चीज ,शरीर को सुख और उसके लिए उपयुक्त गद्दे और संगीत इत्र ,शराब, भी शुक्र के अधिकार में है | शुक्र के अधिकार बाली वृषभ राशि कुदरत कुंडली में कुटुंब स्थान में आती हैं | वह स्थान परिवार और खाने पीने की आदतों को दर्शाता है अतःपरिवार सुख ,परिवार के लोग ,मीठी बातें और लजीज खाना शुक्र के अधिकार में है | पुराणों में शुक्र को शुक्राचार्य से संबंधित माना गया है अतःमंत्र तंत्र और मृत्यु संजीवनी पर शुक्र का अधिकार है | सुख उपभोग अर्थात केवल शरीर सुख नहीं, बल्कि के शरीर के हर हिस्से को सुख देने वाले सभी साधन और कृत पर शुक्र का अधिकार होता है जैसे कान को सुख देने वाला संगीत गायक वादक और आंखों को सुख देने वाली फिल्में नाटक कलाकार और चित्र खूबसूरत जगह और नाक को सुख देने वाले इत्र और सुगंध और चंदन जैसी खुशबूदार चीजों पर शुक्र का अधिकार है ,जीभ को सुख देने वाली स्वादिष्ट मीठी चीज, शराब ,सिगरेट सिगार अदि चीजों पर भी शुक्र का अधिकार है
शुक्र ग्रह के गुण|
शुक्र खूबसूरती का कारक अतः कलात्मक सोच खुशमिजाज ,कला पसंद करने वाले आकर्षण, इन गुना के कारण प्रतिवादियों पर हावी रहते हैं ,| शरीर के सुख का कारक , अतः भिन्न लिंग के प्रति आकर्षण, अत्यधिक चाह , शुक्र प्रेम का कारक है अतः दयावान, समझदार, समझौते से बर्ताव करना जय भी शुक्र का गुण है|
शुक्र ग्रह का शरीर के हिस्सों पर अधिकार |
शुक्र खूबसूरती का कारक ,अतः आंखें, नाक ,ठोड़ी ,और शुक्र की वृषभ राशि दूसरे भाव आरंभ में है ,अतः इस भाव से देखा जाने वाला गला, गर्दन ,स्वर यंत्र यह हिस्सेशुक्र के अधिकार में है | शुक्र शरीर सुख का कारक ,तथा लिंग ,शुक्राणु, वीर्य पर शुक्र का अधिकार है | शुक्र की तुला राशि कुदरत कुंडली में सप्तम भाव में आती है तथा इस भाव से देखे जाने वाला मूत्र पिंड , गर्भाशय आदि शुक्र के अधिकार में है |
शुक्र के अधीन बीमारियां|
अत्यधिक शरीर अथवा अन्य सुखों के उपभोग से होने वाली बीमारियां जैसे अधिक शराब पीना अधिक मीठा खानाऔर अधिक सम्भोग सुख के कारण होने वाले गले और गर्दन की बीमारियां ,आंखों की तकलीफ नेत्र दोष यौन रोग आदि रोग | , शुक्र खूबसूरती का कारक तथा खूबसूरती कम करने वाले बीमारियां जैसे तबचा का रोग ,बालों का झड़ना, किडनी की प्रॉब्लम, मूत्राशय और गर्भाशा पर शुक्र का अधिकार अथवा उससे जुड़ी बीमारियां डायबिटीज, गुप्त रोग, स्त्रियों के मामले में मासिक धर्म में तकलीफ अदि रोग का कारक शुक्र ही है|
शुक्र ग्रह के अधीन आने वाले कारोबार |
शुक्र कला और खूबसूरती का करके अतः चित्रकार, कलाकार, अभिनेता, गायक, वादक, फोटोग्राफी से जुड़े काम करने वाले मेकअप मैन डेकोरेट पेंटर और शुक्र खुशबू का कारक इसलिए खूबसूरती बढ़ाने वाली चीज इतर ,फूल और शुक्र मधुर और मीठी चीजों से जुड़ा अतः शहद , मेवा ,मिठाई, शक्कर, अदि चीजों के व्यापार और शुक्र आंखों से संबंधित अंतः लेंस दूरबीन कांच से जुड़े कारोबार शुक्र उत्तेजक अतः शराब, चाय ,कॉफी ,अफीम, ब्राउन शुगर जैसी नशीली चीजों का कारोबार यह सब शुक्र के अधीन है| शुक्र वाहन का कारक ,अतः वाहन , पेट्रोल पंप यातायात संस्था, टूरिज्म, का कारोबार, रबर, सनमाइका, मोटर गैरेज वाहन चालक और साथ ही ऐशोआराम की अन्य चीज, खूबसूरती बढ़ाने वाली चीजों के निर्माण अदि का कारोबार शुक्र से देखा जाता है|
शुक्र के अधीन निर्माण कार्य |
शुक्र कला और खूबसूरती को बढ़ाने वाला अथवा सजावट की चीज सिल्क, रेशम, महिलाओं की चीज फोटोग्राफी, नाटक ,और फिल्मों का निर्माण | हर तरह की खूबसूरती रंगीन कांच का निर्माण , कांच की सजावट की चीजों का निर्माण | गहने , गुलाब जल फूलों के रस अदि का निर्माण| शुक्र वाहन का कारक ,अतः वाहन मोटर, ट्रक, बस, जहाज, हवाई जहाज, का निर्माण टीवी, रेडियो, गानों के रिकॉर्डर, संगीत के समान का निर्माण शुक्र से देखा जाता है|
शुक्र के स्थान |
शुक्र कल से संबंधित तथा नाटक ,फिल्में, मैरिज पैलेस| शुक्र खूबसूरती का कारक अतः फूलों की नर्सरी और बगीचे| शुक्र शरीर सुख का कारक, अतः बेडरूम, खुशबू का कारक तथा खुशबू उत्पादक कंपनियां, वाहन का कारक मोटर ,कार , हवाई जहाज, की कंपनियों और घर में पलंग, बेडरूम, खूबसूरती वाली पेंटिंग रखने की जगह और स्थान शुक्र के अधिकार में आते हैं|
शुक्र के अधीन जानवर और पेड़ पौधे |
शुक्र धन के उपभोग का कारक अतः हाथी घोड़े जैसे जानवर ,खूबसूरती का कारक अतः सुंदर रंगीन पंछी तितलियां फूलों के पौधे, सजावटी पौधे शुक्र के अधिकार में आते हैं|
very good information
Very nice sir
शुक्र ग्रह से सम्बन्धित जानकारी का संग्रह करने लायक है। अदभुत
Nice 👍