क्या आप तुला राशि, जिसका स्वामी शुक्र ,,उनका स्वभाव ,उनके गुण, शरीर के हिस्से, बीमारियां, निर्माण कार्य, कारोबार के बारे जानना चाहते है ?
विवरण |
तुला राशि काल पुरुष कुंडली में सातवी राशि है| जिसका स्वामी शुक्र है| और यह वायु तत्व की राशि है और इसकी वृद्धि कारोबारी है |[ तुला राशि के स्वभाव,गुण , बीमारियां और उनके द्वारा निर्माण कार्य क्या-क्या किये जा सकते हैं, इसका विवरण नीचे दिया जा रहा है ]तुला राशि का चिन्ह एक तराज़ू है , तुला राशि वायु तत्व वाली और चर स्वभाव वाली राशि है| इस कारण तुला राशि वाले सही फैसला ले पाते हैं और यह लोग कारोबार में आसानी से तरक्की कर लेते हैं | यह तुला राशि वाले लोग दयालु होने के कारण कई बार घाटे का काम भी करते हैं| तुला राशि में सुंदरता और कला तथा कुदरत से मिलन की इच्छा देखी जाती है | तुला राशि वाले अपने सुख और मौज के लिए और अच्छे रहन-सहन के लिए आसानी से पैसा खर्च करते हैं | तुला राशि के जातक समाजी और न्यायप्रिय होते हैं। वे विचारशील और संतुलित होते हैं और अपने आस-पास के माहौल को सुधारने का प्रयास करते हैं। उन्हें विवादों से बचना पसंद है और वे समझदारी से समस्याओं का सामना करने की कोशिश करते हैं।
तुला राशि के जातकों के गुण:
तुला राशि काल पुरुष की कुंडली में सातवें स्थान पर आती है सातवें स्थान से व्यापार देखा जाता है| तुला राशि का स्वामी शुक्र है और शुक्र की अपनापन और कारोबारी सोच के कारण यह अच्छे सलाहकार, साथ ही समझौता करने वाले और उनकी कारोबारी सोच के कारण अपने लाभ को जल्दी समझ लेते हैं| तुला राशि में व्यापारी के अच्छे गुण पाए जाते हैं
- सौहार्दपूर्ण: तुला राशि के जातक सजग और सौहार्दपूर्ण होते हैं। उन्हें अपने साथी, परिवार, और दोस्तों के साथ मिलजुलकर रहना पसंद है।
- आदान-प्रदान कुशलता: ये विचारशील और न्यायप्रिय व्यक्ति होते हैं जो आदान-प्रदान के क्षेत्र में माहिर होते हैं।
- समाज सेवा के प्रति उत्सुक: तुला राशि के जातकों को समाज सेवा करने में बड़ी रुचि होता है और वे न्याय और समाज के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना पसंद करते हैं।
तुला राशि के जातकों के शरीर के हिस्से:
तुला राशि से जुड़े व्यक्तियों के लिए कांति पुरण, चेहरा, वक्ष, और रीढ़ की हड्डी इनके शरीर के महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं।कालपुरुष की कुंडली में तुला राशि का सप्तम पर अधिकार होने के कारण इस स्थान से देखे जाने वाला मूत्राशय, गर्भाशय, कमर और शुक्राणु , पर तुला राशि का अधिकार होता है |
तुला राशि की बीमारियां:
तुला राशि काल पुरुष कुंडली में सप्तम स्थान में आती है इस कारण मूत्राशय और गर्भाशय की बीमारियां, कमर दर्द, शुक्राणुओं की कमी ,शुक्र मीठी चीजों से संबंधित है इसलिए डायबिटीज और अधिक यौन सुख के कारण होने वाले बीमारियां, किडनी में पथरी होने की बीमारी | ,तुला राशि के जातकों को आमतौर पर त्वचा संबंधित समस्याएं होती हैं, जैसे कि चेहरे पर दाने या त्वचा की रुखाई। वे थायराइड और किडनी से संबंधित समस्याएं भी झेल सकते हैं।
तुला राशि के जातकों के लिए निर्माण कार्य:
तुला राशि का स्वामी शुक्र जो कल को पसंद करने वाला तथा धन से मालामाल ग्रह है| इस कारण रेशमी कपड़े और धागे और कपड़े की मिल ,गहनो का उत्पादन, ब्यूटी प्रोडक्ट, नहाने वाले साबुन ,डेकोरेटिव फर्नीचर, हर तरह के पेंटिंग, तस्वीरें, फोटो कैमरे, सिंथेटिक कपड़ा , रंग ,नेल पॉलिश ,लिपस्टिक ,स्नो पाउडर, हेयर डाई का निर्माण कार्य तुला राशि के अधीन है और नाटक, फिल्में, टीवी सीरियल, अदि का निर्माण और खूबसूरत फूलों की खेती,| शुक्र की मधुरता के कारण शुगर मिल, मेवा मिठाई और मिल्क प्रोडक्ट की फैक्ट्री और तुला राशि एक कारोबारी राशि होने के कारण वजन करने वाले कांटे, बेवरिज का निर्माण | तुला राशि सप्तम स्थान में यौन सुख दर्शक है इस कारण बाल वर्धक दवा और तुला राशि का स्वामी शुक्र वाहन का कारक तथा मोटर कारें वाहन ,ऑटो रिक्शा, इ रिक्शा और पेट्रोल के उत्पादन का काम तुला राशि वाले लोग कर सकते हैं | तुला राशि के जातकों के लिए निर्माण कार्य में व्यापक रूप से सकारात्मकता और सहयोग की भावना होती है। वे आर्थिक व्यवसाय, कला, और सामाजिक क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
तुला राशि के जातकों के लिए कारोबार:
तुला राशि के जातक कपड़ों के व्यापारी, धागे का व्यापार, ब्यूटी पार्लर, फर्नीचर का काम, खूबसूरती वढ़ाने वाले उत्पादों का व्यापार ,सुनार ,हीरा पॉलिश करना ,फल फूलों के कारोबार ,होटल ,मिठाई की दुकान ,ड्राइवर ,फिल्म के निर्माता के साथआर्टिस्ट ,फोटोग्राफर ,म्यूजिक बजाने वाले ,गैरेज वाले ,यातायात विभाग में काम करने वाले | बगीचे ,रंगों का व्यापार ,फोटो स्टूडियो ,चित्रकार ,मैरिज पैलेस ,यौन चिकित्सा करने वाले डॉक्टर, वैद्य ,आदि स्थानो पर नौकरी या कारोबार तुला राशि वाले करते हैं| ,तुला राशि के जातक वाणिज्यिक गतिविधियों, कला, और सामाजिक सेवा क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। उन्हें टीम के साथ सहयोग करना पसंद है और वे विवादों से बचने के लिए समझदारी से काम करते हैं।
तुला राशि से संबंधित स्थान:
तुला राशि का स्वामी शुक्र है और इसका मूलाधार चक्र तुला राशि से संबंधित है। तुला राशि का रंग सफ़ेद और हरा होता है, और इसका स्थान ,व्यापार केंद्र , कपड़े की मिले, ब्यूटी पार्लर, होटल, स्टूडियो, गेराज, नाटक अथवा सिनेम घर, मैरिज पैलेस , बेडरूम स्थान हैं |
तुला राशि का निष्कर्ष:
तुला राशि के जातकों का स्वभाव समाजशास्त्र और न्याय की दिशा में प्रवृत्ति रखता है। इन व्यक्तियों को सौहार्दपूर्ण और समझदार बनाता है, जिन्हें अपने सम्बंधों में संतुलित रहना पसंद है। वे विचारशील, न्यायप्रिय, और मित्रप्रेमी होते हैं।तुला राशि के जातकों के गुणों में आदान-प्रदान कुशलता, सौहार्द, और न्यायप्रियता शामिल हैं। इन्हें अपनी विचारशीलता और सहानुभूति के कारण समाज में पसंद किया जाता है।
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