छठा भाव [ छठा घर , 6th house ] से क्या-क्या देखा जाता है ?
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छठा भाव [ जिसे रोग और रिपु स्थान भी कहा जाता है ]
काल पुरुष की कुंडली में छठे भाव में कन्या राशि आती है जिसका स्वामी बुध है | इस छठे भाव पर बुध ग्रह और कन्या राशि का प्रभाव देखा जाता है | इस छठे भाव को त्रिषडाय और उपचय भाव भी कहा गया है | उपचय भाव वो होता है जो समय के साथ बढ़ता है [ grow करता है ]
छठे भाव से देखे जाने वाले शरीर के हिस्से |
इस छठे भाव से जातक का पेट, जठर अग्नि और पाचन संस्था देखी जाती है |
छठे भाव से देखे जाने वाले कार्य |
1 इस छठे भाव से पेट के बारे में विचार किया जाता है ,कहा जाता है कि अगर पेट ठीक है तो शरीर ठीक है | आयुर्वेद में भी यही कहा गया है कि पेट ठीक है तो स्वस्थ ठीक है | किसी भी रोग की शुरुआत पेट की पाचन क्रिया में खराबी होने से ही शुरू होती है | इसलिए इस भाव को रोग का स्थान कहा गया है | छठे भाव को षड रिपु स्थान भी कहा है , इस में काम, क्रोध, मोह ,लोभ , अहंकार ,मात्सर्य [ जलसि ] इसी छठे भाव से देखी जाती है | इसलिए बीमारी से जुड़े सभी सवाल, जैसे बीमारी कब होगी, किस प्रकार की बीमारी हो गई ,इस सब के बारे में जानने के लिए छठे स्थान को ही देखा जाता है | छठे स्थान से आपके सेवादार नौकर भी देखे जाते हैं | इस भाव से ही नौकरी में काम का रहना, नौकरी से मिलने वाला वेतन ,और खाने पीने की आदतें इस छठे भाव से ही देखी जाती हैं |
2 क्योंकि छठा स्थान सप्तम स्थान का व्यय स्थान है ,इसलिए जातक जिसके पास भी काम करता है, उस संस्था का मालिक या जातक के बिजनेस पार्टनर ,जातक जिससे थन से जुड़ा लेनदेन करता है, या रटेल में बिजनेस ,या अपने पति-पत्नीसे मिलने वाला धन ,जो सप्तम से देखा जाता है ,इन ऊपर दिए हुए सभी चीजों का, यह छठा स्थान, व्यय स्थान है | इन सब लोगों का व्यय ही जातक का धन कमाने का जरिया होता है | इसलिए रटेल बिजनेस से जो होने वाली कमाई ,सामने वाले से होने वाला लेनदेन ,पति या पत्नी से मिलने वाला धन ,यह सब छठे भाव से ही देखा जाता है |
3 छठा भाव धन के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थान है | बडी कमाई, मोटा पैसा ,छठे भाव से ही देखा जाता है | आपका जो कॉम्पिटिटर [ प्रतिस्पर्धी ] है , वह सप्तम से देखा जाता है ,इसलिए छठा भाव सामने वाले का व्यय भाव होने के कारण ,किसी प्रकार के प्रतिस्पर्धा के लिए छठे भाव को प्रमुखता से देखा जाता है | किसी भी प्रतियोगिता में मिलने वाली सफलता ,चुनाव में जीत , प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता ,कोर्ट कचहरी में चल रहे केस में जीत ,इन सब बातों को भी छठे भाव से देखा जाता है | छठे भाव से ही डॉक्टर, वकील ,मेडिकल स्टोरऔर मेडिकल प्रोफेशन में काम करने वाले लोगों को भी देखा जाता है यही भाव वो शत्रु का भाव है जो सामने दीखता है | इसी भाव से कर्ज के बारे में भी विचार किया जाता है ,की आप को कर्ज मिलेगा या नहीं |
छठे भाव से देखी जाने वाले अन्य बातें |
छठे भाव से सफाई, सफाई का विभाग, मजदूर यूनियन ,नौकर ,नौकरी और प्रत्यक्ष दुश्मन, आपके ऊपर का कर्ज, बैंक से मिलने वाला ओवरड्राफ्ट, किसी भी कॉम्पिटिशन में मिलने वाली सफलता ,घर में रखे जाने वाले पालतू जानवर जैसे गाय, भैंस ,भेड़ ,बकरी ,कुत्ता, बिल्ली,अदि और किसी भी तरह के पक्षी भी छठे भाव से ही देखे जाते हैं |
छठे भाव से जातक से संबंधित लोगों को मिलने वाले फल |
जातक की कुंडली के छठे भाव से उसके छोटे भाई बहनों के शिक्षा का विचार भी किया जा सकता है ,उनका घर जा उनके वाहन खरीदने, और उनके घर में सुख सुविधा के बारे में भी जातक के छठे भाव से विचार किया जा सकता है| इसी भाव से जातक की माता की यात्रा, माता का घर बदलना, इसी भाव से जातक की संतान के धन प्राप्ति | इसी छठे भाव से पति या पत्नी की विदेश यात्रा, उसका हॉस्पिटल में एडमिट होना ,उनके खर्चे के बारे में और इसी भाव से जातक के पिता का मान सम्मान उसकी शोहरत उसके कार्य क्षेत्र | इसी छठे भाव से जातक के बड़े भाई बहन या दोस्त की दुर्घटना उनका ऑपरेशन उनको आने वाले परेशानियां , इसी भाव से देखी जा सकती हैं |
किसी देश या किसी राज्य की कुंडली से छठे भाव से क्या-क्या देखा जा सकता है ?
किसी देश या किसी राज्य के कुंडली के छठे भाव से, देश के लोगों का स्वास्थ्य, देश में फैलने वाले रोग ,विदेश से मिलने वाला कर्जा ,उस देश में होने वाले कारोबारियों में मुनाफा, इस देश को विश्व भर पर मिलने वाली कामयाबी ,युद्ध में किसी दुश्मन पर जीत, इसी छठे भाव से अनाज के गोदाम और मजदूरों का काम करने का तरीका, इसी छठे भाव से उस देश के पशु धन के बारे में विचार किया जा सकता है | इस छठे भाव से उस देश के कृषि उत्पादन और उसके उत्पादन यंत्रों से जुड़ी तरक्की भी छठे भाव से ही देखी जा सकती है |
छठे भाव से घर में देखे जाने वाला स्थान |
जातक के छठे भाव से उसके घर में अनाज, या पका हुआ खाना रखने की जगह, उनके नौकरों का कमरा या उसके पास जानवरों को रखने का तबेला देखा जा सकता है |
छठे भाव से मिलने वाले विरोधी फल |
काल पुरुष कुंडली में छठे भाव में कन्या राशि आती है ,और किसी भाव का 12 वां भाव उसका व्यय स्थान होता है, इस कारण सप्तम स्थान का यह छठा भाव व्यय स्थान है | इस कारण सप्तम से देखे जाने वाले विवाह ,पार्टनरशिप अदि का विरोधी फल इस भाव से देखा जा सकता है, पारिवारिक सुख में कमी, पति-पत्नी का बिछड़ना ,या तलाक ,या अलग-अलग रहना, या उनके विचारक मतभेद, किसी बिजनेस क्षेत्र में पार्टनरशिप का टूट जाना अदि सब बातें छठे भाव से देखी जा सकते हैं |