सप्तम भाव [ सप्तम घर , 7th House ] से क्या-क्या देखा जाता है ?
सप्तम भाव |
काल पुरुष की कुंडली में सप्तम भाव में तुला राशि आती है जिसका स्वामी शुक्र है | सप्तम भाव पर शुक्र और तुला राशि का प्रभाव देखा जाता है| सप्तम भाव विवाह का प्रमुख भाव है |
सप्तम भाव से देखे जाने वाले शरीर के हिस्से |
सप्तम भाव में काल पुरुष कुंडली में तुला राशि आती है | इस भाव से पेट का निचला हिस्सा ,नाभि से नीचे का हिस्सा देखा जाता है, क्योंकि तुला राशि का स्वामी शुक्र है इसलिए इस भाव से मूत्राशय, मूत्र पिंड , वीर्य ,और शुक्र यन्तु देखे जाते हैं |
सप्तम भाव से देखे जाने वाले अन्य कार्य |
1 काल पुरुष कुंडली में सप्तम भाव में शुक्र की तुला राशि आती है | शुक्र विवाह का प्रमुख ग्रह है | इसलिए सप्तम भाव से विवाह का सुख देखा जाता है, विवाह से संबंधित सभी सवाल इसी भाव से देखे जाते हैं ,जैसे के क्या शादी होगी ? या शादी कब होगी ? क्या प्रेम विवाह होगा ?और पारिवारिक सुख कैसा होगा , वैवाहिक सुख कैसा होगा,और होने वाले जीवनसाथी का स्वभाव कैसा होगा ? होने वाले जीवनसाथी की उम्र में कितना फासला होगा, या हम उम्र का होगा , इस तरह के सभी सवालों का जवाब सप्तम भाव से ही देखा जाता है |सप्तम भाव से ही जातक का यौन सुख और उसका यौन सुख लेने का तरीका भी पता चलता है |
2 सप्तम भाव से ही हर तरह का व्यापार देखा जाता है | हर तरह काआर्थिक लेनदेन ,या रिटेल बिजनेस ,और लोगों के साथ रोजाना होने वाली बातचीत | जिसके साथ भी आप कोई व्यापार करते हो जा जिसके पास आप नौकरी करते हो उसके बारे में भी इस भाव से ही देखा जाता है ,क्योंकि सप्तम भाव सामने वाले का ,आपके पार्टनर का, या आपके पति-पत्नी का लगन हो गया ,इस भाव से ही जातक का बिजनेस कैसा चलेगा ,कानूनी बंधन कसे होंगेऔर इसी भाव से ही यात्रा में आने वाले परेशानी के बारे में भी देखा जाता है |
3 इसी सप्तम भाव से ही किसी प्रकार की हिस्सेदारी ,कानूनी पार्टनर चाहे वह पति-पत्नी हो जा बिजनेस पार्टनर हो ,और कारोबार में लेनदेन के बारे में सभी जानकारी इसी सप्तम भाव से मिलती है | अगर किसी के घर में चोरी हो जाए तो चोर के बारे में में जानकारी इसी सप्तम भाव से ही मिलेगी ,|
4 इसी सप्तम भाव से आपके किसी भी कॉम्पिटिटर के बारे में पता चलेगाऔर सप्तम भाव एक मार्क स्थान भी माना गया है ,इस कारण मृत्यु के लिए भी इस स्थान को देखा जाता है क्योंकि आयु अष्टम भाव से देखी जाती है ,यह सप्तम भाव उसका 12वां भाव होने के कारणआयु में कमी करने का भाव है ,इसलिए यह मार्क स्थान हुआ | इसी सप्तम भाव से घर के बड़े कमरे ,घर में जो पलंग होते हैं वह ,और घर के गद्दे रखने के स्थान भी देखे जाते हैं |
सप्तम भाव से देखे जाने वाली कुछ और बातें |
कुंडली के सप्तम भाव से किसी तरह की कानूनी बंधन ,नोटिस ,कोर्ट कचहरी का चक्कर, यात्रा और शिक्षा में रुकावट, आम लोगों के बारे में ,या किसी सभा के बारे में जानकारी, विदेश में आपकी प्रतिष्ठा, जातक का यौन सुख के प्रति लगाव ,जातक की कारोबारी संस्था, या कारोबारी फॉर्म,और इसी सप्तम भाव से विवाह के मैरिज पैलेस, विवाह मंडल और किसी भी तरह के व्यापार के केंद्र देखे जाते हैं |
सप्तम भाव से जातक से संबंधित लोगों को मिलने वाले फल |
जातक की कुंडली के सप्तम भाव से उसके छोटे भाई बहन के प्यार के मामले, उनके शिक्षा में रुचि , उनकी कला में , उनकी मौज मस्ती की आदते ,और इसी भाव से जातक की माता का घर और माता का वाहन सुख, माता की लग्जरी, इसी सप्तम भाव से जातक के पति या पत्नी का स्वास्थ्य ,उसका स्वभाव ,इसी सप्तम भाव से जातक के पिता का लाभ और पिता का सामाजिक जीवन, इसी सप्तम भाव से जातक के बड़े भाई बहन की शोहरत और दोस्तों की शोहरत और बड़े भाई बहन का धर्म के प्रति झुकाव और हायर एजुकेशन उनकी धार्मिक यात्राएं भी देखी जा सकते हैं |
किसी देश या राज्य के कुंडली से सप्तम भाव से क्या-क्या देखा जा सकता है ?
अगर आपने किसी देश या किसी राज्य की कुंडली देखनी हो तो उसके सप्तम भाव से उसका व्यापार कैसा होगा, इसकी विश्व स्तर पर कानूनी मर्यादाएं कैसे होंगे | उसके व्यापार में कितनी उन्नति होगी और इसी भाव से उस देश या राज्य के दुश्मन देश के बारे में भी जाना जा सकता है |
सप्तम भाव से मिलने वाले कुछ विरोधी फल क्या-क्या होंगे ?
जातक की कुंडली का सप्तम भाव, कुंडली के अष्टम भाव को निगेट करता है ,इसलिए अष्टम भाव से देखे जाने वाली चीज, जैसे किसी इंश्योरेंस का क्लेम या अष्टम भाव से जो वारिस के तौर पर मिलने वाला धन, या किसी नुकसान की भरपाई, नौकरी में मिलने वाला बोनस, जो अष्टम से देखा जाता है, या कोई बॉन्ड ,फंड , ग्रेच्युटी, इन सभी चीजों में जो भी मुश्किलें, इनके मिलने में आएंगी , वह सप्तम भाव से ही देखी जाती हैं | सप्तम भाव उन सब चीजों को लेने में रुकावट पैदा करेगा |